जगदलपुर l अयोध्या में भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी का उत्सव पूरे देश के साथ ही छत्तीसगढ़ में भी मनाया जा रहा है।
रविवार की शाम जगदलपुर का दलपत सागर तीन लाख दीयों की रोशनी से राममय माहौल में जगमगा उठा।
जिला प्रशासन और नगर निगम की पहल पर नगर वासियों, जनप्रतिनिधियों व विभिन्न सामाजिक संगठनों की सहभागिता से रामलला के स्वागत के एक दिन पहले “एक दीया प्रभु श्री राम के नाम” दीपोत्सव के इस कार्यक्रम को लेकर शहर के सभी वर्गों में गजब का उत्साह देखने को मिला।
वहीं रानी घाट में पूजा अर्चना के बाद एक साथ तीन लाख दीयों की रोशनी में दलपत सागर की सुंदरता कई गुना बढ़ गई।
गौरतलब है कि 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां पूरी कर ली गयी है। रामलला के प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व ही पूरा देश राममय माहौल में सरोबोर नजर आ रहा है।
इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के बस्तर में ठीक एक दिन पहले “एक दीया प्रभु श्री राम के नाम” दीपोत्सव का आयोजन किया गया। दलपत सागर के किनारे आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने हिस्सा लेकर 3 लाख से अधिक दीये प्रजवलित कर आकर्षक रंगोली बनाये।
शाम के वक्त दलपत सागर के किनारों में एक साथ जलते लाखों दीपक और जगमग रोशनी से थल और नभ को रोशनी से भर दिया। दलपत सागर के आसपास दीप उत्सव पर जमकर आतिशबाजी भी की गई। जिससे पूरा माहौल प्रभु श्रीराम के स्वागत के उत्सव में उल्लासमय हो गया।
जिला प्रशासन द्वारा आयोजित इस दीपोत्सव में सभी लोगों ने शाम 7 बजे भव्य आतिशबाजी के साथ प्रभु श्री राम के नाम पर दीप प्रजवलित कर उत्सव को मनाया गया। कार्यक्रम में फ्लोटिंग मंच पर रामायण मंडली द्वारा रामचरित मानस का गायन कर पूरे माहौल को राममय माहौल में तब्दील कर लोगों का मन मोह लिया।
जगदलपुर कलेक्टर विजय दयाराम के. ने बताया कि जिला प्रशासन और नगर निगम द्वारा दीपोत्सव की तैयारी की गयी थी। इस आयोजन में उम्मींद से बढ़कर लोगों ने हिस्सा लिया और उत्साह के साथ प्रभु श्री राम के नाम दीप प्रजवलित कर दलपत सागर घाट को राममय बना दिया।
कलेक्टर विजय दयाराम के. बताया कि इस दीपोत्सव में बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों की मौजूदगी में जनप्रतिनिधि और जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे। जिनके द्वारा विधिवत पूजा अर्चना कर दीपोत्सव के कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस दौरान बंगाली समाज के सदस्यों द्वारा शंखनाद किया गया।