अब महाकाल मंदिर में गर्भ ग्रह की दहलीज़ से हो सकेंगे श्रद्धालुओं को दर्शन, साथ ही अब से प्रति मंगलवार उज्जैन के रहवासियों को निशुल्क भस्मारती दर्शन व्यवस्था रहेग।
उज्जैन महापौर की पहल पर उक्त दोनों व्यवस्था सामंजस्य बैठाकर लागू की गई।
मंदिर में बढ़ती भीड़ का हवाला देकर धीरे-धीरे कर भक्त और भगवान के बीच दूरी जो बनाई गई थी वह अब काफी हद तक कम हो जाएंगी,
जिसके पीछे वजह यह है कि अब से बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं और उज्जैन के रहवासियों के लिए सीधे गर्भ ग्रह की दहलीज़ तक पहुंचने के रास्ते खोल दिए गए हैं,अब श्रद्धालु वहां पहुंचकर बाबा को नजदीक से देख सकेंगे।
पूरे मामले में अब मंदिर से जुड़े कर्मचारी,सिक्योरिटी गार्ड, नगर सैनिक सभी को भक्तों से सौहार्दपूर्ण व्यवहार की आवश्यकता है,
क्योंकि हजारों किलोमीटर दूर से आने वाले श्रद्धालु अपने आराध्य की एक छवि मन भर कर अपने मन मस्तिष्क में साथ ले जाना चाहते है,
ऐसे में धक्का मुक्की,चांटे मारना यह सब अशोभनीय है क्योंकि पूर्व में यह सब कृत्य हो चुके हैं इसलिए खासकर सुगम दर्शन व्यवस्था भी आवश्यक है।