हसदेव हाहाकार: आपको बता दें कि हसदेव में पेड़ों की कटाई पर राजनीति गरम हो गयी है। भाजपा और कांग्रेस दोनों एक दूसरे को कसूरवार ठहराने में लगे हुए हैं। कांग्रेस ने जहां एक तरफ हसदेव अरण्य क्षेत्र में जंगलों की कटाई तत्काल रोकने और खदान की नीलामी को निरस्त करने की मांग करते हुए तेजी से कट रहे हसदेव अरण्य के जंगलों पर अपना स्टैंड क्लियर करने को कहा है, तो वहीं भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व रायपुर सम्भाग प्रभारी पूर्व विधायक सौरभ सिंह ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि हसदेव बागो में पेड़ों के कत्लेआम और जंगलों को सफाचट मैदान में बदल देने के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व तत्कालीन उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव को जवाबदार बताया है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सरकार के संरक्षण में अडानी की कंपनी हसदेव अरण्य में जंगलों की कटाई कर रहा है। हसदेव को बचाने के लिए आंदोलन कर रहे आदिवासियों को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पुलिस गिरफ्तार कर जेल में बंद कर रही है, उन्हें डराया जा रहा है, धमकाया जा रहा है। दुर्भाग्य की बात है राज्य का मुखिया आदिवासी होने के बावजूद भी आदिवासियों की मांग को सुना नहीं जा रहा है।
वन मंत्री केदार कश्यप को फाइल देखने की आवश्यकता नहीं है, कांग्रेस की सरकार ने विधानसभा में संकल्प पारित कर हसदेव अरण्य क्षेत्र में केंद्र सरकार के द्वारा कोल खनन के लिए जो नीलामी किया गया है उसे निरस्त करने की मांग की गई है। कांग्रेस के सरकार ने हसदेव अरण्य क्षेत्र में वन कटाई पर कड़ाई से रोक लगाई थी, भाजपा के सरकार बनते ही अडानी सरकारी बंदूक के नोक पर आदिवासियों को डरा धमका कर जंगलों को काट रहा है।
सौरभ सिंह ने कहा है कि छत्तीसगढ़ की जनता को जवाब दें कि आखिरकार राहुल गांधी, अशोक गहलोत और इन दोनों छत्तीसगढ़िया कांग्रेस नेताओं के बीच क्या डील हुई कि तत्काल जंगल कटाई के लिए अनुमति दे दी गई और दिन रात अंधाधुंध कटाई करके जंगल को मैदान में बदल दिया गया।भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सौरभ सिंह ने कहा कि जब सिंहदेव उपमुख्यमंत्री नहीं बने थे, तब कहा करते थे कि हसदेव बागो के जंगल को बचाने के लिए लाठी गोली खाने तैयार हैं।
यदि गोली चली तो पहले गोली अपने सीने पर झेलेंगे और तब तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कहा करते थे कि पेड़ तो क्या एक डगाल तक नहीं कटेगी। लेकिन फिर अचानक क्या हुआ राहुल गांधी सोनिया गांधी, अशोक गहलोत, भूपेश बघेल, सिंहदेव के बीच कौन सी संधि हो गई कि भूपेश बघेल ने जंगल कटाई की इजाजत दे दी और सिंहदेव ने अपने मुंह पर ताला लगा दिया। छत्तीसगढ़ की जनता जानना चाहती है कि आखिर कांग्रेस की सरकार ने छत्तीसगढ़ की जनता के साथ यह धोखेबाजी क्यों की।
भाजपा संभाग प्रभारी सौरभ सिंह ने कहा कि कांग्रेस दोमुंही राजनीतिक आचरण करने की आदी है। सत्ता में रहते हुए खुद जंगल कटवाती है और विपक्ष में होने पर हल्ला मचाती है। हसदेव बागो के जंगल काटने की अनुमति भाजपा नहीं बल्कि कांग्रेस सरकार ने दी है। हम तो भूपेश बघेल द्वारा छत्तीसगढ़ की जनता पर अकारण थोपा गया एक लाख करोड़ रुपये का कर्ज पटा ही रहे हैं। भूपेश बघेल सरकार द्वारा दी गई जंगल कटाई की अनुमति की भी समीक्षा करके जनहित में निर्णय लेंगे।