सोमवार से सीहोर वाले अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा का आयोजन चल रहा है. कथा सुनने के लिए प्रतिदिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आयोजकों द्वारा भोजन प्रसादी की व्यवस्था की गई है.
आयोजन समिति द्वारा प्रतिदिन ढ़ाई लाख श्रद्धालुओं के हिसाब से भोजन प्रसादी बनाई जा रही है. इतनी बड़ी तादाद में भोजन प्रसादी बनाने के लिए 1000 हलवाई लगाए गए हैं. भंडारे में प्रतिदिन खीर, पूड़ी, बूंदी, सब्जी, मालपुआ तैयार किया जा रहा है.
यहां सब्जी को घोलने के लिए जेसीबी मशीन का सहारा लिया जा रहा है, वहीं आटा गूंथने के लिए सीमेंट कंक्रीट मिक्सर मशीन का उपयोग किया जा रहा है. जबकि 40 भट्टियों पर भोजन पकाया जा रहा है.
महाकाल की भक्ति नहीं जाती व्यर्थ
कथा का श्रवण कराते हुए पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि जो व्यक्ति शिव की भक्ति करता है उसके बनने में कुछ देर जरूर लगता है लेकिन बनता जरूर है, शिव की भक्ति कभी खाली नहीं जाती है.
व्यक्ति का भगवान पर भरोसा, समर्पण और विश्वास जितना पक्का होगा, भोलेनाथ उस व्यक्ति के दुख पूरी तरह दूर कर देते हैं. उन्होंने कहा कि सलाह और संयोग दो शब्द अलग-अलग हैं, लेकिन इन दोनों में बहुत बड़ा अंतर है, इसमें उतना ही अंतर है जितना जमीन और आसमान में अंतर है.
Baba vishwanath Mera sankat dur Karo kubreswar maharaj